चंडीगढ़: मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने आज एक प्रेस वार्ता कर कांग्रेस और राहुल गांधी पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि पिछले कई दिनों से कांग्रेस और राहुल गांधी लोकतांत्रिक संस्थाओं और चुनाव आयोग पर झूठे और निराधार आरोप लगा रहे हैं।
सैनी ने कहा, “झूठे आरोप लगाना राहुल गांधी की आदत बन चुकी है। यह पहली बार नहीं है कि उन्होंने निराधार आरोप लगाए और बाद में उनसे भाग गए। राहुल गांधी और उनकी पार्टी अपने कर्मों को छिपाने के लिए संवैधानिक संस्थाओं पर सवाल खड़े कर रही है।”
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि 2023 के कर्नाटक विधानसभा चुनावों में मतदाता सूची विवाद को मौजूदा मुख्य चुनाव आयुक्त से जोड़ना भ्रामक है, क्योंकि उनकी नियुक्ति फरवरी 2025 में हुई थी। उन्होंने कहा कि अलंद सीट से कांग्रेस 2023 में बड़े अंतर से जीती थी, ऐसे में मतदाता सूची में गड़बड़ी का आरोप बेबुनियाद है।
उन्होंने बताया कि इस मामले में पहले ही एफआईआर दर्ज हो चुकी है और जांच कर्नाटक की कांग्रेस सरकार की सीआईडी कर रही है। सैनी ने राहुल गांधी से सवाल किया कि क्या उन्हें अपनी ही पार्टी की सरकार की जांच पर भरोसा नहीं है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चुनाव आयोग ने राहुल गांधी के आरोपों को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर खारिज कर दिया है और उनसे सबूत के साथ शपथ पत्र दाखिल करने या माफी मांगने को कहा था, जिसकी समय-सीमा भी बीत चुकी है।
उन्होंने 1984 के सिख विरोधी दंगों का मुद्दा भी उठाया और कहा कि कांग्रेस हमेशा से संवैधानिक संस्थाओं को बदनाम करने और समाज में भ्रम फैलाने का काम करती रही है।
सैनी ने कहा कि कर्नाटक हाईकोर्ट ने हाल ही में मालूर विधानसभा सीट का चुनाव रद्द कर पुनर्गणना का आदेश दिया है, जिसमें कांग्रेस उम्मीदवार पर अनियमितताओं के आरोप साबित हुए।
अंत में मुख्यमंत्री सैनी ने कहा, “भारत का लोकतंत्र पूरी तरह सुरक्षित है। खतरे में है तो केवल कांग्रेस की राजनीति। कांग्रेस का उद्देश्य केवल लोकतंत्र में अविश्वास पैदा करना और देश को अस्थिर करना है।”