चंडीगढ़: सीनियर आईपीएस वाई. पूरन कुमार की आत्महत्या के मामले में सूत्रों के हवाले से बड़ी जानकारी सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि शनिवार, 11 अक्टूबर को मृतक आईपीएस अधिकारी का पोस्टमार्टम कराया जा सकता है। परिवार की मांग पूरी न होने के कारण अब तक पोस्टमार्टम नहीं किया गया था।
इस आत्महत्या के मामले में कई दिनों से मुख्यमंत्री, वरिष्ठ अधिकारी और राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष मृतक आईपीएस की पत्नी अमित पी. कुमार से मुलाकात कर दुख व्यक्त कर चुके हैं। वहीं दूसरी ओर, यह मामला अब राजनीतिक रंग भी लेता दिखाई दे रहा है। इसी बीच, एक विशेष 31 सदस्यीय समिति का विघटन कर दिया गया है, और यह घटना दलित मुद्दे के रूप में भी उभर रही है।
सूत्रों के अनुसार, शुक्रवार देर शाम हरियाणा के कुछ वरिष्ठ अधिकारी मृतक की पत्नी से मिलने पहुंचे, जहां पोस्टमार्टम को लेकर सहमति बनती हुई दिखाई दी। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि पोस्टमार्टम सेक्टर-16 अस्पताल में होगा या पीजीआई चंडीगढ़ में।
इस मामले में अभी तक किसी भी तरह की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है, क्योंकि मृतक की पत्नी का कहना था कि पहले उन पुलिस अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई और गिरफ्तारी होनी चाहिए, जिनके नाम सुसाइड नोट में दर्ज हैं।
शनिवार को कई बड़े नेता परिवार से मिलने और संवेदना व्यक्त करने के लिए पहुंचने की संभावना है। अब तक प्राप्त जानकारी के अनुसार, लोकसभा सांसद कुमारी शैलजा, कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा, सांसद वरुण मौलाना, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष उदय भान, पूर्व मंत्री गीता भुकाल, और अन्य वरिष्ठ कांग्रेस नेता श्रद्धांजलि देने के लिए पहुंच सकते हैं। उनके साथ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राव नरेंद्र सिंह के भी आने की संभावना है।